नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज (गुरुवार) सुबह 10 बजे दिल्ली स्थित इंदिरा भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसकी जानकारी कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बुधवार को दी। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस का विषय क्या होगा, लेकिन राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि राहुल गांधी ‘वोट चोरी’ को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ नए दावे और सबूत पेश कर सकते हैं।
राहुल गांधी ने इससे पहले कई बार भाजपा और चुनाव आयोग पर मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा था कि बिहार, हरियाणा, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में मतदाता सूची में गड़बड़ी कर चुनाव परिणाम प्रभावित किए गए।
“हाइड्रोजन बम आने वाला है” – राहुल का दावा
1 सितंबर को बिहार में अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन के दौरान राहुल गांधी ने कहा था—
“एटम बम से बड़ा हाइड्रोजन बम होता है, वो आ रहा है। वोट चोरी की सच्चाई पूरे देश को पता लगने वाली है।”
इसके बाद 11 सितंबर को रायबरेली में उन्होंने दोहराया कि कांग्रेस के पास “धमाकेदार सबूत” हैं, जिन्हें पूरे देश के सामने रखा जाएगा। राहुल का कहना था कि इन सबूतों के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी “देश को अपना चेहरा नहीं दिखा पाएंगे।”
राजनीतिक सरगर्मी तेज
राहुल गांधी की इस घोषणा के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच टकराव और गहरा गया है। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के आरोपों को “बे-बुनियाद और भ्रम फैलाने वाला” करार दिया है और कहा है कि राहुल गांधी के पास कोई ठोस सबूत नहीं हैं। वहीं कांग्रेस ने दावा किया कि आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसे दस्तावेज और तथ्य पेश किए जाएंगे जो चुनाव आयोग की विश्वसनीयता और भाजपा की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाएंगे।
असर और संभावनाएँ
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर राहुल गांधी सचमुच ठोस साक्ष्य प्रस्तुत करते हैं तो यह मुद्दा आगामी चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकता है। मीडिया और चुनावी निगरानी एजेंसियां भी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद की संभावित कार्रवाई पर नजर रख रही हैं।